| 1. | लाल एवं हरित शैवाल: 9671
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| 2. | जीवाणु एवं नील हरित शैवाल को छोड़कर शेष सभी सजीव
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| 3. | नील हरित शैवाल को रोपाई के 1 सप्ताह बाद देना चाहिए।
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| 4. | नील हरित शैवाल (बी. जी. ए.) का उपयोग
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| 5. | धान के खेतों में नील हरित शैवाल उगने से धान किसान झूम उठे हैं।
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| 6. | इसके पश्चात एजोटोबैक्टर तथा नील हरित शैवाल तथा अन्य सूक्ष्म जीवों की खोज हुई।
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| 7. | नील हरित शैवाल का उपयोग करते समय खेत में 10 से 15 से. मी. पानी रहना चाहिए।
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| 8. | पांच प्रतिशत नील हरित शैवाल युक्त मिट्टी आजकल जैव उर्वरक के रूप में उपयोग की जाती है।
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| 9. | जैविक खाद जैसे नील हरित शैवाल या एजोला के द्वारा 20-25 कि. ग्रा. नत्रजन /हे की प्राप्ति होती है।
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| 10. | नील हरित शैवाल के लिए 10 कि. ग्रा./हे नील हरित शैवाल को ही खेत में रोपाई के बाद मिलाए।
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